हरिता हरम वृक्षारोपण योजना पर निबंध haritha haram tree plantion program in hindi
हैलो दोस्तों इस लेख हरिता हरम वृक्षारोपण योजना पर निबंध Harita haram Essay में आपका बहुत-बहुत स्वागत है। इस लेख में हमने हरिता हरम क्या है?
हरिता हरम का महत्व के साथ कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को एकत्रित किया है जो आप सभी की ज्ञान की दृष्टि से बहुत ही लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
हरिता हरम योजना वृक्षारोपण से सम्बंधित योजना है और वृक्ष लगाना एक महान कार्य है क़्योकी वृक्ष के बिना जीवन कि कल्पना भी नहीं कर सकते। तो आइये बढ़ते है इस लेख में :-
हरिता हरम योजना पर निबंध Essay on haritha haram
सुंदरता हमारी प्रकृति का एक गहना है, इसलिए हमारी प्रकृति बहुत से गहनों के साथ ऐसे सजी रहती है जैसे एक नई दुल्हन हो। नदियां, पहाड़, पेड़ पौधे, नाना प्रकार के जीव जंतु पक्षी
आदि ही हमारी प्रकृति की सुंदरता के महत्वपूर्ण उदाहरण हैं और इसमें सबसे भाग्यशाली है " मनुष्य" जो प्रकृति की इस सुंदरता का भरपूर लाभ उठाता है, क्योंकि प्रकृति के द्वारा प्रदत्त पेड़ पौधे मनुष्य को तथा मनुष्य के साथ पृथ्वी पर उपस्थित
अन्य जीव-जंतुओं को प्राण रूपी ऑक्सीजन प्रदान करता है। इसके बिना जीवन असंभव है जबकि प्रकृति इसके बदले में मनुष्य से कुछ भी नहीं चाहती। किंतु बड़े दुख की बात यह है
कि मनुष्य ने अपने स्वार्थ के लिए प्रकृति कि इस सुंदरता रूपी वृक्षों को काटना ही शुरू कर दिया है, जिससे पेड़ पौधों की संख्या लगातार कम होती जा रही है।
पेड़ पौधों की संख्या कम होने से ऑक्सीजन की मात्रा भी कम होती जा रही है, जिससे विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं के साथ-साथ मनुष्य को भी कई घातक बीमारियों से जूझना पड़ता है।
भारत सरकार ने पर्यावरण संरक्षण तथा पेड़ पौधों को बचाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम और प्रोग्राम चलाए हैं और समय-समय पर चलाते भी रहते हैं
जिससे पर्यावरण में ऑक्सीजन की मात्रा संतुलित रहे इसी प्रकार पर्यावरण तथा वृक्ष संरक्षण के लिए एक योजना है, जिसे कहते हैं "हरता हरम योजना"
हरिता हरम योजना वृक्ष संरक्षण तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए तेलंगाना सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजना है और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अभी हाल में ही हरिता हरम योजना के
छठे चरण का शुभारंभ कर दिया है, तथा इस शुभ अवसर पर पूरे राज्य में 30 करोड़ पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। लगभग 40 से 50 वर्ष पहले तेलंगाना हरियाली से घिरा हुआ एक प्राकृतिक सुंदरता वाला राज्य था
और यहाँ के लोग भी पूर्ण रूप से स्वस्थ रहते थे, क्योंकि उन्हें शुद्ध ऑक्सीजन के साथ-साथ ताजे फल और सब्जियाँ भी खाने को प्राप्त होती थी।
हरिता हरम योजना का महत्व Importance of Haritha haram
हरिता हरम योजना मानव जीवन के साथ-साथ पशु पक्षियों तथा विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं के जीवन से जुड़ी हुई एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है।
जिसका मुख्य लक्ष्य वृक्षों की अंधाधुंध कटाई को रोकना तथा नए वृक्षों को लगाना है। हरिता हरम योजना के तहत जंगलों में लगने वाली आग पर नियंत्रण पाना जंगलों को नए रूप से विकसित करना है।
इसलिए हरिता हरम योजना को रूप देने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्यमार्गों, गाँव की सड़कों के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों जैसे- स्कूल, तहसील आदि में भी वृक्षों को लगाया जाना मुख्य लक्ष्य बना दिया गया है।
जिससे चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आए और हरता हरम योजना का मुख्य उद्देश्य सफल हो जाए।
हरिता हरम योजना को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री के साथ-साथ कैबिनेट मिनिस्टर, आईएएस, आईपीएस, एमएलए पूर्ण रूप से कंधे से कंधा मिलाकर इस योजना में भाग ले रहे हैं।
क्योंकि हरिता हरम योजना वृक्षारोपण कार्यक्रम का ही एक अभिन्न अंग है तथा यह हमारे जीवन तथा उत्तम स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पर्यावरण संतुलन के लिए पृथ्वी के संपूर्ण क्षेत्रफल के 33% पर वृक्ष वनो का होना बहुत ही आवश्यक है जो फिलहाल अभी 24% तक ही है।
इस कार्यक्रम के तहत पृथ्वी के क्षेत्रफल के 33% पर बृक्षों को लगाना मुख्य उद्देश्य बन गया है, जिसके लिए सरकार ने 55000 करोड रुपए का बजट पास किया है
तथा इस योजना को सफल बनाने के लिए 11 मई 2015 को ही 2500000 पौधों का रोपण कर दिया गया था।
हरिता हरम योजना द्वारा किए गए कार्य work done by Haritha haram program
हरिथा हरम योजना का शुभारंभ तेलंगाना सरकार ने 5 जुलाई 2015 को किया था, तथा इस योजना के अंतर्गत 4 वर्षों में 230 करोड़ पौधों का रोपण करना तथा उनका संरक्षण करना एक लक्ष्य रखा गया
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जिससे तेलंगाना फिर से पूर्ण हरियाली वाला राज्य बन सके। तेलंगाना सरकार की रिपोर्ट के अनुसार आज तक 80 करोड़ पौधों का रोपण तथा उनका पोषण किया जा चुका है
तथा इस कार्य में नगर पालिकाओं, सरकारी प्रशासन, सरकारी स्कूलों के साथ-साथ बहुत से सामाजिक संगठनों ने अपना सहयोग प्रदान किया। इसके साथ ही उनके संरक्षण के लिए विशेष प्रकार के प्रबंध भी किए गए
चुंकि हरिता हरम योजना एक वृक्ष पर्यावरण संरक्षण योजना है, जो किसी व्यक्ति मात्र के लिए वरन सभी जीव जंतुओं तथा मनुष्यों के लिए लाभदाई है।
इसके लिए तेलंगाना राज्य सरकार के सभी विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनता ने भी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर अपना अमूल्य सहयोग दिया।
इस योजना के प्रथम चरण 2015 - 2016 के अंतर्गत लगभग 36 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था किंतु खराब मौसम के कारण लगभग 15 करोड़ पौधों का रोपण किया गया
इसके पश्चात 8 जुलाई 2016 को दूसरे चरण में हैदराबाद विजयवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगभग 180 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में वृक्षों का रोपण किया गया
और एक विश्व रिकार्ड कायम किया इसके साथ तीसरे चरण में 100000 पौधों का रोपण किया गया
इस प्रकार हरिता हरम योजना तेलंगाना राज्य सरकार के चरण सुचारू रूप से संपन्न कराये जाते रहे जिसमें
आम जनता से लेकर खिलाड़ियों तथा अभिनेताओं ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया।
हरिता हरम योजना का कार्यान्वयन Implementation of Harita haram
हरिता हरम योजना को सफल बनाने के लिए कई प्रकार की समितियों कों यह काम सौंपा गया छोटे स्तर पर ग्राम पंचायत मैं प्रधान तथा सरपंच को यह काम सौंपा गया
तो नगर पंचायत में अध्यक्ष और चेयरमैन को यह काम सौंपा गया तथा नगर पालिकाओं में अध्यक्षों और सदस्यों की अध्यक्षता में हरिता हारम योजना के अंतर्गत वृक्षों का रोपण कराया गया
जिसकी निगरानी जियो टैगिंग के माध्यम से की जाने लगी तथा इसकी रिपोर्ट वन विभाग को प्राप्त होती रही और वन विभाग के द्वारा भी निरीक्षण किया जाता रहा।
हरिता हरम योजना पर 10 नारे 10 slogan on haritha haram program
1. वृक्ष है जीवन के आधार
प्रकृति के सुंदर उपहार
2. वृक्ष है, काया वृक्ष है, छाया
वृक्ष में ही हर एक जीव समाया
3. वृक्ष ना काटो वृक्ष लगाओ
जीवन को खुशहाल बनाओ
4. वृक्ष है जीवन की खुशियों का उपहार
वृक्ष ना काटो यह देते जीवों का आहार
5. जीवन के सब काम भूलाओ
सबसे पहले वृक्ष लगाओ
6. वृक्ष है, साथी वृक्ष हैं, खुशियों का अंबार
छोटे-मोटे कई जीवो का वृक्ष ही होते हैं, संसार
7. हम सब ने यह ठाना है।
नए-नए वृक्ष लगाना है।
8. अब तो वृक्षों की सुनलो ये करुण पुकार
वृक्ष ना होंगे तो यह जीवन होगा बेकार
9. हरिता हरम योजना अब तो आने वाली है।
देखो चारों तरफ बढ़ रही अब हरियाली है।
10.पर्यावरण को अब तो हमें बचाना है।
घर घर में अब तो वृक्ष लगाना है।
निष्कर्ष - Conclusion
वृक्षों की अंधाधुंध कटाई के कारण मनुष्य के साथ-साथ कई प्रकार की जीव जंतुओं का जीवन भी खतरे में पड़ गया है, तथा कुछ जीवो का तो इस पृथ्वी से अस्तित्व ही सदा के लिए मिट गया।
आज कई प्रकार की प्राकृतिक आपदाएँ जैसे - भूस्खलन, बाढ़, ग्लोबल वार्मिंग, आदि वृक्षों की अंधाधुंध कटाई का ही परिणाम है। इसलिए हमने प्रकृति का नुकसान करने के साथ-साथ अपना स्वयं का भी नुकसान किया है
इसलिए इसकी भरपाई करने के लिए लगातार बृक्षों को लगाना चाहिए और उनका पोषण भी करना चाहिए। अगर आप इस पृथ्वी पर मनुष्य तथा अन्य जीव-जंतुओं के अस्तित्व को बचाना चाहते हैं
तथा अपने आने वाली पीढ़ी को एक अच्छा उत्तम स्वास्थ्य और एक अच्छी आयु देना चाहते हैं, तो हर एक व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम पाँच वृक्षों को लगाकर उनका पोषण करना चाहिए तभी आप एक सच्चे पर्यावरण में और जीव हितैषी कहे जाएंगे।
Note - दोस्तों आप सभी ने इस लेख में हरिता हरम योजना पर जानकारी प्राप्त की यह पोस्ट आपको कैसी लगी और हरिता हरम योजना कैसी है,
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