माँ काली के 108 नाम तथा मन्त्र 108 Names of Maa Kali and Mantra
हैलो दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख माँ काली के 108 नाम तथा मन्त्र (108 Names and Mantra of Maa Kali) में।
दोस्तों इस लेख में आप माँ काली का शाबर मन्त्र, माँ काली मन्त्र, माँ काली स्तुति मन्त्र, तथा माँ काली की आरती पढ़ेंगे।
दोस्तों माँ काली भक्तवत्सल भी है, और राक्षसों की संहारक अगर आप माँ काली का ध्यान सच्चे मन से करेंगे तो निश्चित ही आपकी मनोकामना पूर्ण होंगी।
माँ काली के 108 नाम 108 Names of Maa Kali
माँ काली जिन्हें महाकाली के नाम से भी जाना जाता है। वह भगवती दुर्गा ही है जो कि सुंदर रूप वाली हैं और उन्हीं का काला भयप्रद रूप है. माँ काली का
माँ काली का जन्म राक्षसों का संहार करने के लिए हुआ था। काली माँ की उत्पत्ति काल अथवा समय से हुई है, जो सबको अपना ग्रास बना लेता है.
माँ काली का यह अवतार बुराई से अच्छाई को जीत दिलवाने वाला है। अत: माँ काली अच्छे मनुष्यों की शुभ चिंतक और पूजनीय है।
माँ काली के 108 नाम है, जो भी भक्त नियमित रूप से माँ काली के 108 नामों का जाप करता है, उसे कोई भी भय चिंता और कष्ट नहीं रहता।
माँ काली का काली रूप राक्षसों का विनाश करने वाला है, जो राक्षस या पापी अधर्मी होते है, बुरे कार्य करने वाले दानवीय स्वभाव वाले लोगों के लिए संहारक है।
माँ काली का यह रूप बुराई से अच्छाई को जीत दिलवाने वाला है। माँ काली की पूजा देश में सभी भागों में अधिकतर बंगाल और असम में की जाती है। माँ काली का मंत्र इस प्रकार से है:-
क्रीं, क्रीं, क्रीं, ह्रीं, ह्रीं, हूँ, हूँ दक्षिणेकालिके क्रीं, क्रीं, क्रीं, ह्रीं ह्रीं हूँ, हूँ स्वाहा।।
माँ काली के 108 नाम 108 Names of Maa Kali
1 काली
2 कापालिनी
3 कान्ता
4 कामदा
5 कामसुंदरी
6 कालरात्री
7 कालिका
8 कालभैरवपूजिता
9 कुरुकुल्ला
10 कामिनी
11 कमनीयस्वभाविनी
12 कुलीना
13 कुलकर्त्री
14 कुलवर्त्मप्रकाशिनी
15 कस्तूरीरसनीला
16 काम्या
17 कामस्वरूपिणी
18 ककारवर्णनीलया
19 कामधेनु
20 करालिका
21 कुलकान्ता
22 करालास्या
23 कामार्त्ता
24 कलावती
25 कृशोदरी
26 कामाख्या
27 कौमारी
28 कुलपालिनी
29 कुलजा
30 कुलकन्या
31 कलहा
32 कुलपूजिता
33 कामेश्वरी
34 कामकान्ता
35 कुब्जेश्वरगामिनी
36 कामदात्री
37 कामहर्त्री
38 कृष्णा
39 कपर्दिनी
40 कुमुदा
41 कृष्णदेहा
42 कालिन्दी
43 कुलपूजिता
44 काश्यपि
45 कृष्णमाला
46 कुलिशांगी
47 कला
48 क्रींरूपा
49 कुलगम्या
50 कमला
51 कृष्णपूजिता
52 कृशांगी
53 कन्नरी
54 कर्त्री
55 कलकण्ठी
56 कार्तिकी
57 काम्बुकण्ठी
58 कौलिनी
59 कुमुदा
60 कामजीविनी
61 कुलस्त्री
62 कार्तिकी
63 कृत्या
64 कीर्ति
65 कुलपालिका
66 कामदेवकला
67 कल्पलता
68 कामांगबद्धिनी
69 कुन्ती
70 कुमुदप्रिया
71 कदम्बकुसुमोत्सुका
72 कादम्बिनी
73 कमलिनी
74 कृष्णानंदप्रदायिनी
75 कुमारिपूजनरता
76 कुमारीगणशोभिता
77 कुमारीरंश्चरता
78 कुमारीव्रतधारिणी
79 कंकाली
80 कमनीया
81 कामशास्त्रविशारदा
82 कपालखड्वांगधरा
83 कालभैरवरूपिणि
84 कोटरी
85 कोटराक्षी
86 काशी
87 कैलाशवासिनी
88 कात्यायिनी
89 कार्यकरी
90 काव्यशास्त्रप्रमोदिनी
91 कामामर्षणरूपा
92 कामपीठनिवासिनी
93 कंकिनी
94 काकिनी
95 क्रिडा
96 कुत्सिता
97 कलहप्रिया
98 कुण्डगोलोद्-भवाप्राणा
99 कौशिकी
100 कीर्तीवर्धिनी
101 कुम्भस्तिनी
102 कटाक्षा
103 काव्या
104 कोकनदप्रिया
105 कान्तारवासिनी
106 कान्ति
107 कठिना
108 कृष्णवल्लभा
माँ काली शाबर मन्त्र Maa kali ka shabar Mantra
माँ काली शाबर मन्त्र का उचित विधि द्वारा जाप करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है। माँ काली शाबर मन्त्र निम्नप्रकार से है:-
ॐ काली घाटे काली माँ
पतित पावनी काली माँ
जवा फूले
स्थुरी जले
सेई जवा फूल में सीआ बेड़ाए
देवीर अनुर्बले
एहि होत करिवजा होइवे
ताही काली धर्मेर
वले काहार आज्ञे राठे
काली का चंडीर आसे
माँ काली शाबर मन्त्र सिद्ध करने की विधि Maa Kali Shabar Mantra
काली शाबर मंत्र अपने आप में सिद्ध मंत्र है, किन्तु प्रबलता लाने के लिए और अपने कार्य को सिद्ध करने के लिए कुछ जाप करने जरुरी होते है.
इसलिए काली शाबर मंत्र सिद्ध करने की विधि जानते हैं क्या है? अगर नहीं तो वह निम्नप्रकार है :-
- शनिवार के दिन शाम को 7 से 10 के बीच में कोई एक समय निश्चित कर ले और आसन लगाकर पूर्व दिशा की और मुख करके बैठ जाये। अब आप हाथ में थोडा जल लेकर संकल्प ले।
- अपने साथ में एक पका हुआ नारियल के छोटे- छोटे टुकडो में तोड़ ले और एक मिटटी का खुला ले, अब एक गाय के गोबर के उपले को ले।
- थोड़ी मात्रा में जलने वाला कपूर और घी भी अपने पास रखें अब आप अपनी क्षमता अनुसार जितने भी मंत्र जाप कर सकते है।
- उनकी संख्या निश्चित कर उतनी संख्या के बराबर आधे लोंग और आधे इलाइची लेकर रख ले
- अब आप गोबर के उपलों कपूर की सहायता से अग्नि प्रज्वलित करें। आप मंत्र का जाप आरम्भ कर दे और प्रत्येक मंत्र के जाप के बाद आप एक लोंग या फिर एक इलाइची अग्नि में डाले बीच - बीच में नारियल का गोला जिसके छोटे छोटे टुकड़े किये है उन्हें भी डालते रहे। यह सिर्फ इसलिए है कि अग्नि लगातार प्रज्वलित होती रहे।
- आपको किसी प्रकार के दीपक जलाने या माला की जरूरत नही है। बस आप दी गयी विधि अनुसार मंत्र जाप करते रहें।
- जैसे ही आप अपने मंत्र जाप पूरे करते है अब आप फिर से हाथ में जल लेकर फिर से संकल्प लें।
इस क्रिया को आप शनिवार को शुरू कर 7 शनिवार तक करें। इस प्रकार 7 शनिवार तक इस प्रकार करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है।
अब आप किसी भी मनोकामना पूर्ती हेतु इस मंत्र का प्रयोग कर सकते है। आप अपने कार्य में अवश्य सफल होंगे।
काली माँ स्तुति Kali Maa stuti
काली माँ स्तुति मन्त्र बहुत ही सरल है, जिसका जाप करने से काली माँ का भक्त चिताओं कष्टों और भय से हमेशा मुक्त रहता है।
काली माँ स्तुति मन्त्र का जाप करने से पहले भक्त को अच्छे से शुद्ध होना चाहिए और किसी स्वच्छ स्थान पर बैठकर कर माँ काली के चरणों में ध्यान लगाकर काली माँ स्तुति मन्त्र का 108 बार जाप करें।
और हमेशा सच बोलें और ईमानदार रहें और धर्म के मार्ग पर चलें आप हमेशा कष्ट, बधाओं और भय से मुक्त रहेंगे।
माँ काली स्तुति मन्त्र Kali Maa Stuti Mantra
काली काली महाकाली कालिके परमेश्वरी ।
सर्वानन्दकरी देवी नारायणि नमोऽस्तुते ।।
महाकाली मंत्र Mahakali Mantra
यह माँ काली का अचूक मंत्र है। इस मन्त्र से माँ काली जल्दी सुन लेती हैं। यदि आप माँ काली के भक्त हैं तो इस मंत्र का उच्चारण अवश्य करें, जिससे आपके सभी दुख दूर हो जायेंगे।
ॐ नमो काली, कंकाली, महाकाली
मुख सुन्दर जिह्वा वाली।।
चार वीर भैरों चौरासी, चार बत्ती पूजूं पान ए मिठाई
अब बोलो काली की दुहाई।।
माँ काली मन्त्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करने से आर्थिक लाभ मिलता है, भक्त चिंता तथा भय मुक्त हो जाता है। इससे धन संबंधित परेशानी दूर हो जाती है।
माँ काली की आरती (Kali Mata Ji Aarti in Hindi)
माँ काली की आरती सुबह तथा संध्याकाल शुद्ध मन और तन से करने पर भक्त के सारे संकट दूर हो जाते है।
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा ,हाथ जोड तेरे द्वार खडे।
पान, सुपारी, ध्वजा नारियल ले ज्वाला तेरी भेट धरेसुन।।1।।
जगदम्बे न कर विलम्बे, संतन के भडांर भरे।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली, जै काली कल्याण करे ।।2।।
बुद्धि विधाता तू जग माता ,मेरा कारज सिद्व रे।
चरण कमल का लिया आसरा शरण तुम्हारी आन पडे।।3।।
जब जब भीड पडी भक्तन पर, तब तब आप सहाय करे।
गुरु के वार सकल जग मोहयो, तरूणी रूप अनूप धरेमाता।।4।।
होकर पुत्र खिलावे, कही भार्या भोग करेशुक्र सुखदाई सदा।
सहाई संत खडे जयकार करे ।।5।।
ब्रह्मा, विष्णु, महेश फल लिये भेट तेरे द्वार खडेअटल सिहांसन।
बैठी मेरी माता, सिर सोने का छत्र फिरेवार शनिचर।।6।।
कुकम बरणो, जब लकड पर हुकुम करे ।
खड्ग खप्पर त्रिशुल हाथ लिये, रक्त बीज को भस्म करे।।7।।
शुम्भ निशुम्भ को क्षण मे मारे ,महिषासुर को पकड दले।
आदित वारी आदि भवानी ,जन अपने को कष्ट हरे ।।8।।
कुपित होकर दनव मारे, चण्डमुण्ड सब चूर करे।
जब तुम देखी दया रूप हो, पल मे सकंट दूर करे।।9।।
सौम्य स्वभाव धरयो मेरी माता ,जन की अर्ज कबूल करे।
सात बार की महिमा बरनी, सब गुण कौन बखान करे।।10।।
सिंह पीठ पर चढी भवानी, अटल भवन मे राज्य करे।
दर्शन पावे मंगल गावे ,सिद्ध साधक तेरी भेट धरे ।।11।।
ब्रह्मा वेद पढे तेरे द्वारे, शिव शंकर हरी ध्यान धरे।
इन्द्र कृष्ण तेरी करे आरती, चॅवर कुबेर डुलाय रहे।।12।।
जय जननी जय मातु भवानी, अटल भवन मे राज्य करे।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली, मैया जै काली कल्याण करें।13
दोस्तों इस लेख में आपने माँ काली के 108 नाम (Maa kali ke 108 Naam) माँ काली शाबर मंत्र तथा माँ काली की आरती पढ़ी। आशा करता हूँ, यह लेख आपको अच्छा लगा होगा।
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