घोड़ा पर निबंध Essay on horse in Hindi
हैलो दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, हमारे इस लेख घोड़ा पर निबंध में। इस लेख घोड़ा पर निबंध में दोस्तों आप घोड़ा क्या है?
घोड़ा कैसे पालते हैं? घोड़ा रेस क्या है? के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में भी जानेंगे तो दोस्तों आइये शुरू करते है, आज का यह लेख घोड़े पर निबंध:-
घोड़ा क्या है what is horse in hindi
घोड़ा मनुष्य के द्वारा पाले जाने वाला एक पालतू जानवर है, जो प्राचीन काल से ही मनुष्य की सेवा में समर्पित है।
घोड़ा एक खुरदार विषम उंगली नुमा स्तनधारी प्राणी होता है, जो तेज दौड़ने में सक्षम होता है। घोड़े के परिवार में गधा, खच्चर, टट्टू भी आते हैं।
घोड़े का वैज्ञानिक नाम एकवस् फेरस है। जबकि इसे संस्कृत में अश्व:तथा अंग्रेजी में हॉर्स (Horse) कहा जाता है।
प्राचीन काल में घोड़ा का आवागमन में उपयोग बहुत अधिक हुआ करता था, लोग घोड़ा गाड़ी बनाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने का काम, माल ढोने का काम भी किया करते थे।
और आज भी बहुत स्थानों पर घोड़ा गाड़ी बनाकर माल ढोने का काम घोड़ा के द्वारा ही किया जाता है। घोड़ा मनुष्य का सबसे सच्चा साथी होता है। घोड़े कई किस्म के होते हैं जो विश्व के प्रत्येक क्षेत्र में पाए जाते हैं।
घोड़ा पालन horse rearing
घोड़ा और मनुष्य का संबंध प्राचीन काल से ही है। नवपाषाण काल में मनुष्यों ने जानवरों को पालना शुरू कर दिया था। जिनमें से घोड़ा भी एक था।
राजा महाराजा भी घोड़ों की सवारी किया करते थे। इसीलिए प्राचीन काल से लोग घोड़ों को पालते हैं। घोड़े कई किस्म के होते हैं,
जिनमें अच्छी किस्म के घोड़े अधिक रुपए में बिकते हैं, जो लोग घोड़े के शौकीन होते हैं। अक्सर घोड़े खरीदते रहते हैं। जबकि रेस के घोड़े तो करोड़ों में बिकते हैं।
घोड़ा पालना कोई कठिन काम नहीं है, क्योंकि घोड़ा एक बुद्धिमान और भावुक प्राणी होता है। घोड़े के पालन में घोड़ों की देखभाल उसके खाने की देखभाल 24 घंटे करनी पड़ती है।
अगर आप घोड़ा पालना चाहते हैं, तो आपके पास घोड़े के लिए पर्याप्त समय अवश्य होना चाहिए। अगर आप किसी कारणवश कहीं पर जा रहे हैं।
तो आपको अपने घोड़े को किसी अनुभवी व्यक्ति के पास छोड़ देना चाहिए। एक घोड़े का जीवनकाल 30 से 35 साल होता है, घोड़ा अक्सर 4 से 6 साल के बीच प्रजनन करने के लिए तैयार हो जाता है।
तथा हष्ट पुष्ट भी हो जाता है। इसलिए घोड़े की 4 साल से पहले सवारी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि उस समय तक उसकी अस्थियाँ कमजोर और मुलायम होती हैं।
घोड़े को खाने में दूब, लोबिया, घास आदि दे सकते हैं। इसके साथ ही घोड़ा चुकंदर, भूसा,जाई,बाजरा,चना खाने का भी शौकीन होता है।
जो घोड़े चोटिल और कम वजन के होते हैं, उन्हें विटामिन से भरपूर आहार भी देना चाहिए। आहार में नाइट्रेट की मात्रा 0.5 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
एक घोड़े को पालने के लिए उपयुक्त 150 वर्ग फीट की भूमि अवश्य होनी चाहिए इसके साथ ही छायादार या खुला हवादार कक्षा तथा नीचे लकड़ी का बुरादा बिस्तर के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए।
स्थान ऐसा होना चाहिए जहाँ पर धूप और बारिश से बचा जा सके। घोड़े को रोगों से बचाने के लिए नियमित टीका फलाई मास्क तथा चिकित्सीय परामर्श अवश्य लेते रहना चाहिए।
घोड़ा का महत्व importance of horse
घोड़ा का महत्व मनुष्य के जीवन में बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है। यहाँ तक कि कह सकते हैं, कि
कई लोगों के लिए जीवन जीने का आधार घोड़ा ही है।
बहुत लोग घोड़े के द्वारा ही अपना जीवन यापन करते हैं, वे घोड़ा गाड़ी बनाकर सवारी ढोने का काम करते हैं तथा माल ढोने का काम करते हैं।
इससे जो आमदनी होती है, उनसे ही उनका खर्चा चलता है। बड़े-बड़े लोग घोड़े शौक के लिए पालते हैं। तो कुछ लोग घोड़ों का व्यवसाय करके रुपया पैसा कमाते हैं।
रेस के घोड़े तो करोड़ों में कमाई करके अपने मालिक को देते हैं। इसलिए घोड़े का महत्व मनुष्य के जीवन में सबसे अधिक है।
घोड़ा बिना खाए पिए लंबे दूर तक जाने में सक्षम होता है, इसीलिए घोड़े का उपयोग व्यवसाय के लिए, रेस के लिए तथा जीवन यापन करने के लिए किया जाता है।
घोड़े की दौड़ race of horse
राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घोड़े की दौड़ की विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती है। जिनमें जीतने वाले घोड़े मालिक को लाखों रुपए की इनाम नगद पुरस्कार प्राप्त होते हैं।
इसके लिए देश विदेशों से विभिन्न प्रकार के नस्लों के घोड़े एकत्रित होते हैं तथा रेस में दौड़ कर अपनी किस्मत से मालिक को धनवान बना देते हैं।
घोड़ा दौड़ में लाखों लोग दर्शक बनकर आते हैं, और विभिन्न प्रकार की नस्ल के घोड़े तथा उनकी रेस देखकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं।
घोड़े की दौड़ में बहुत से लोग तो आपस में ही रुपए पैसा लगा देते हैं. जिसमें बहुत से लोग हार जाते हैं और बहुत से लोग जीत जाते हैं।
घोड़े की दौड़ की प्रतियोगिताएँ घोड़े की रेस की प्रतियोगिताएँ , विभिन्न देशों में समय-समय पर आयोजित की जाती हैं।
जिनमें विश्व के कोने-कोने से घोड़े के मालिक अपने घोड़ों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आते है।
घोड़ा पर 10 लाइन 10 line of horse
- घोड़ा एक बहुत ही समझदार और भावुक प्राणी होता है।
- घोड़ा ताकतवर और कई रंगों में जैसे काला सफेद लाल आदि में होता है।
- घोड़ा एक पालतू पशु है, जिसकी आयु लगभग 30 से 35 साल होती है।
- घोड़ा एक स्तनधारी प्राणी होता है, जिसके चार पैर और एक पूँछ होती है।
- घोड़े के शरीर में लगभग 250 हड्डियाँ होती हैं, तथा इसके देखने की क्षमता लगभग 360 डिग्री होती है।
- घोड़ा एक तेज दौड़ने वाला पशु है, जो कई नस्लों में पाया जाता है।
- घोड़े का उपयोग लोग शौक के लिए सवारी के लिए तो किसी का जीवन यापन का सहारा होता है।
- रेस का घोड़ा सबसे कीमती घोड़ा होता है।
- घोड़ा अक्सर भूसा तथा घास के साथ ही चने भी खाता है।
- 5 से 6 साल का घोड़ा प्रजनन के योग्य हो जाता है।
दोस्तों इस लेख में आपने घोड़ा पर निबंध पड़ा आशा करता हूं यह लेख आपको अच्छा लगा होगा।
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