पुस्तकालय पर निबंध Essay on Pustakalaya in Hindi 

हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के इस लेख पुस्तकालय पर निबंध (Essay on library) में। दोस्तों आज इस लेख पुस्तकालय पर निबंध

पुस्तकालय के महत्व पर निबंध के जरिए आप ज्ञान के स्रोत पुस्तकों पुस्तकालय के बारे में पड़ेंगे कि पुस्तकालय होता क्या है?

पुस्तकालय किस प्रकार के होते हैं? तथा पुस्तकालय का महत्व क्या है? तो दोस्तों करते हैं शुरू आज का यह लेख पुस्तकालय पर निबंध:-


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पुस्तकालय पर निबंध


पुस्तकालय पर निबंध 100 words essay on pustakalaya in Hindi 

पुस्तकालय पुस्तकों का घर (House of Books) कहा जाता है, जहाँ पर विभिन्न प्रकार की पुस्तकें रखी हुई होती हैं। लोग अपने ज्ञान की वृद्धि करने के लिए तथा समय का सदुपयोग करने के लिए अक्सर यहाँ आते हैं,

और विभिन्न प्रकार की पाठ्य पुस्तकों को अपनी रूचि के अनुसार पढ़ते हैं और अपने ज्ञान की वृद्धि करते हैं। पुस्तकालय में हर एक विषय की पुस्तक जैसे कि

गणित, विज्ञान, इतिहास भूगोल, दर्शन,मनोविज्ञान ज्योतिष के साथ ही विभिन्न प्रकार की मनोरंजन युक्त कहानियों की किताबों का भी संग्रह रहता है।

जिसे पढ़कर मनुष्य अपने ज्ञान में वृद्धि करता है, अपनी समस्याओं और प्रश्नों का हल खोजता है अपनी इच्छाओं को तृप्त करता है। इसलिए पुस्तकालय का महत्व मनुष्य के जीवन में अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है।

क्योंकि पुस्तकालय ही वह एक स्थान है जहाँ पर विभिन्न प्रकार के ज्ञान का स्रोत (Source of Knowledge) प्राप्त कर सकते हैं। चाहे वह किसी ज्ञान से संबंधित हो या फिर आध्यात्मिक से इसीलिए साधारण भाषा में कहा जा सकता है,

कि पुस्तकालय समय का सदुपयोग करने के लिए और मनुष्य के ज्ञान बढ़ाने समस्याओं और प्रश्नों का हल पाने का एक भवन होता है, जहाँ पर विभिन्न प्रकार की पुस्तकों का संग्रह होता है।


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पुस्तकालय पर निबंध

पुस्तकालय के महत्त्व पर निबंध 200 word essay on importance of pustakalay 

यहाँ पर पुस्तकालय के महत्व पर निबंध 200 words (Essay on importence of library) सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया गया है, कि कक्षा 2 से 5 तक के बच्चों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।

  • पुस्तकालय का अर्थ Meaning of pustakalay 

पुस्तकालय को अंग्रेजी में लाइब्रेरी (Library) कहा जाता है। जिसका अर्थ होता है, कि एक कमरा या भवन जहाँ पुस्तकों का संग्रह हो। साधारणता: पुस्तकालय हिंदी शब्द है, जो दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है।

इसलिए पुस्तकालय का संधि विच्छेद करने पर भी यह पता चलता है, कि पुस्तकालय पुस्तक + आलय से मिलकर बना है, जहाँ पर पुस्तक का अर्थ विभिन्न प्रकार की पुस्तकों से और आलय का अर्थ भवन से है।

इस प्रकार से कह सकते हैं, कि पुस्तकालय का अर्थ पुस्तकों के घर या भवन से है, जिसमें विभिन्न विषयों की पुस्तकें रखी हुई होती हैं।

जहाँ व्यक्ति अपने खाली समय में आते हैं और ज्ञानवर्धक किताबें तथा महापुरुषों की जीवनियाँ पढ़ते हैं, जिससे वे ज्ञान की वृद्धि और जीवन संबंधी समस्याओं का हल प्राप्त करते हैं।

  • पुस्तकालय का महत्त्व Importance of pustakalay 

पुस्तकालय एक ऐसा भवन है, जहाँ पर विभिन्न प्रकार की पुस्तकों का संग्रह होता है। अत: कह सकते हैं, कि यह एक ऐसा भवन ऐसा आलय ऐसा घर है,

जहाँ पर आप हर एक विषय से संबंधित पुस्तक प्राप्त कर सकते हैं। सामान्य व्यक्ति के लिए विभिन्न विषयों की पुस्तकें खरीदना असंभव है।

क्योंकि यह बहुत मूल्यवान हो सकता है। इसलिए पुस्तकालयों की स्थापना की गई जो जनसाधारण के लिए सुलभ तथा सस्ती दरों पर उपलब्ध होते हैं।

जहाँ पर आप अपनी इच्छा के अनुसार बैठकर किताबों को पढ़ सकते हैं और अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकते हैं। पुस्तकालयों में आप इतिहास, गणित, विज्ञान के साथ विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिकों द्वारा

लिखित लेख दार्शनिक पुस्तकें ज्योतिष तथा महापुरुषों की जीवनियाँ पड़ सकते है, जिसके द्वारा आप जीवन जीने के अनुभवों जीवन में आने वाली समस्याओं के समाधान तथा

प्रत्येक विषय का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। पुस्तकालय भी विभिन्न प्रकार के होते हैं, जहाँ पर पहुंच आसान होती है। स्कूलों में पुस्तकालय होते हैं, जहां पर सभी वर्गों के छात्र-छात्राएँ अपने

विषय के अनुसार पुस्तकों से अध्ययन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय में भी पुस्तकालय होते हैं जहाँ पर सभी विषयों से संबंधित पुस्तकों का भंडार होता है, जबकि सार्वजनिक पुस्तकालय होते हैं

जहां पर आम जन लोग विभिन्न विषय से संबंधित पुस्तकों का अध्ययन वहीं बैठकर या मामूली सी फीस देकर घर ले जाकर कर सकते कर सकते हैं।


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पुस्तकालय पर निबंध 1000 words essay on pustakalaya in Hindi 

यहाँ पुस्तकालय पर निबंध (Essay on Library) सरल भाषा में महत्वपूर्ण हेडिंग के साथ समझाने का प्रयास किया गया है। यह निबंध कक्षा 5 से कक्षा 12 वीं तक के बच्चों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।


पुस्तकालय का क्या अर्थ है what is meaning of library 

पुस्तकालय हिंदी भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है। पुस्तक + आलय अर्थात पुस्तकों का आलय या पुस्तकों का घर इसलिए पुस्तकालय का अर्थ पुस्तकों का वह घर होता है,

जहाँ पर प्रत्येक विषय की पुस्तक उपलब्ध होती है। आज के समय में लोग अक्सर अपने ज्ञान में वृद्धि करना चाहते हैं, जीवन से संबंधित विभिन्न प्रकार के गूढ़ रहस्य जीवन जीने की शैली,

व्यक्तित्व आदि के बारे में जानकारी के द्वारा अपनी ज्ञान वृद्धि करना चाहते हैं। और इन सभी का स्रोत होता है, पुस्तक और पुस्तक उपलब्ध होती है, पुस्तकालय में।

वैसे तो पुस्तके पुस्तकों की दुकान पर ही मिल सकती हैं। लेकिन सभी प्रकार की पुस्तकें खरीदना प्रत्येक व्यक्ति के बस की बात नहीं है।

इसलिए पुस्तकालय स्थान बनाया गया जहाँ पर विभिन्न विषयों की पुस्तकों का अध्ययन निशुल्क या मामूली फीस पर किया जा सकता है।


पुस्तकालय के प्रकार Type of library 

पुस्तकालय विभिन्न प्रकार के होते हैं, जो अपने क्षेत्र और विशेष उद्देश्य के लिए बनाए गए है, कुछ पुस्तकालय के प्रकार निम्न है:-

  • राष्ट्रीय पुस्तकालय National Library

यह राष्ट्रीय पुस्तकालय राष्ट्र के महत्व के होते हैं, जहाँ पर लोगों के अनुसार अध्ययन सामग्री तथा सूचनाओं का संग्रह होता है। राष्ट्रीय पुस्तकालय में विभिन्न ऐतिहासिक लेख, ऐतिहासिक ग्रंथ,

सांस्कृतिक ग्रन्थ आदि उपलब्ध होते है। राष्ट्रीय पुस्तकालय अध्यापकों, शिक्षकों तथा लेखकों को और अधिक शिक्षित करने के उद्देश्य से स्थापित किए गए हैं। 

  • सार्वजनिक पुस्तकालय Public Library

सार्वजनिक पुस्तकालय वें पुस्तकालय होते हैं, जिन्हे आमतौर पर आप शहर गांव के बीचो बीच में देख सकते हैं। सार्वजनिक पुस्तकालय का मुख्य उद्देश्य होता है, कि जो व्यक्ति किताबों को नहीं खरीद सकते तथा पढ़ने के इच्छुक हैं।

उनके लिए किताबें उपलब्ध कराना। कोई भी ग्रामीणों थोड़ा बहुत पढ़ा लिखा हो अपने रूचि के अनुसार विषय सामग्रियों का अध्ययन सार्वजानिक पुस्तकालय में कर सकता है।

  • अनुसंधान पुस्तकालय Research library

अनुसंधान पुस्तकालय वे पुस्तकालय होते हैं, जहाँ पर विभिन्न विषयों से संबंधित अनुसंधान कार्य करने पर जो निष्कर्ष प्राप्त होते हैं। उनको फाइलों में समाहित करके रखा जाता है।

पुस्तकालय में विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक दृष्टिकोण के लोग अपने अनुसार किसी भी विषय से संबंधित अनुसंधान की रिपोर्ट पत्र पत्रिकायें आदि पढ़ सकते हैं।

  • सरकारी पुस्तकालय Government library

सरकारी पुस्तकालय वे पुस्तकालय होते हैं। जिनका संपूर्ण खर्चा सरकार ही देती है। ऐसे पुस्तकालय संसद विधानसभाओं तथा अन्य कई सरकारी जगहों पर स्थापित किये जाते है। 

  • शिक्षण संस्थाओं के पुस्तकालय libraries of educational institutions

वे पुस्तकालय जो शिक्षण संस्थाओं में स्थापित किए जाते हैं, उन्हें शिक्षण संस्थाओं के पुस्तकालय कहा जाता है। शिक्षण संस्थाओं के पुस्तकालयों में स्कूल के पुस्तकालय विश्वविद्यालय के पुस्तकालय आते हैं।

यहाँ पर विद्यार्थी अपनी इच्छा अनुसार अध्ययन कर सकते हैं जबकि गरीब आर्थिक रूप से कमजोर छात्र अपने विषय की पुस्तकें निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।


पुस्तकालय का महत्त्व Importance of library 

मानव जीवन में पुस्तकालय एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि पुस्तकालय में विभिन्न प्रकार की किताबें होती हैं और कहा जाता है कि यह किताबें मनुष्य की सच्ची दोस्त (True Friend) होती हैं।

जो कभी झूठ नहीं बोलती और उन में दी गई जो भी बातें होती हैं वह बातें हर वक्त मनुष्य का साथ देती हैं, चाहे वह बातें किसी भी विषय से संबंधित क्यों ना हो।

किताबें ही वह ज्ञान का सागर है जिनमें कठिन से कठिन सवालों के हल छुपे हुए होते हैं, चाहे वह जीवन जीने की राह से संबंधित हो या फिर किसी धर्म (Religion) या विज्ञान (Science) से संबंधित है।

वर्तमान समय में मनुष्य का जीवन विभिन्न प्रकार की मुसीबतों और दुखों से भरा हुआ है। इसलिए मनुष्य को अपने सच्चे साथी पुस्तक को नहीं छोड़ना चाहिए।

क्योंकि पुस्तकों में जीवन की सभी समस्याओं का हल छुपा हुआ है। वेद,वेदांग, उपनिषद, रामायण, महाभारत जैसे पवित्र ग्रंथों (Secred Epic) में जीवन के बारे में गहराई से बताया गया है।

वहीं आध्यात्मिक, ज्योतिष आदि से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। महापुरुषों की जीवनियाँ पढ़ने से मन मस्तिष्क को एक नई ऊर्जा तथा

सत्य मार्ग और अच्छे कर्म करने की प्रेरणा प्राप्त होती है। इसलिए कह सकते है कि मनुष्य के जीवन में पुस्तकालय का महत्व अत्यंत लाभकारी होता है।


पुस्तकालय के लाभ Benefit of library 

पुस्तकालय मनुष्य के जीवन में एक वरदान स्वरूप होता है। क्योंकि पुस्तकें ही मनुष्य के ज्ञान का स्रोत तथा जीवन जीने की राह होती हैं, पुस्तकालय के लाभ निम्न प्रकार से हैं:- 

  • ज्ञान प्राप्ति का सरल माध्यम Easy way to gain knowledge

पुस्तके ज्ञान प्राप्ति का सरल माध्यम है, जो पुस्तकालयों के जरिए सरलता से तथा निशुल्क उपलब्ध हो जाता हैं। क्योंकि बहुत सी ऐसी किताबें हैं, जो बहुत महंगी (Costly) मिलती हैं,

और हर एक व्यक्ति उन्हें नहीं खरीद पाता इसलिए पुस्तकालय के द्वारा महंगी से महंगी पुस्तक पढ़ने और ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होता है।

  • सभी व्यक्तियों को उपलब्धता Availability to all individuals

पुस्तकालय ही एक ऐसा स्थान होता है, जहाँ पर एक पुस्तक विभिन्न व्यक्तियों तक पहुँच जाती है। तथा अधिक पुस्तकों की मात्रा बढ़ाने का भी झंझट नहीं रहता

क्योंकि एक पुस्तक पढ़ने के बाद वह व्यक्ति उसे वापस पुस्तकालय में जमा कर देता है, और दूसरा व्यक्ति भी उसे पढ़कर जमा कर देता है। इस प्रकार एक पुस्तक के द्वारा विभिन्न लोग ज्ञान प्राप्त कर लेते हैं।

  • न्यूनतम पुस्तकालय फीस Minimum Library Fee

आप बहुत ही कम फीस देकर पुस्तकालय की सदस्यता ले सकते हैं। और अपनी इच्छा अनुसार जो भी किताब पढ़ना चाहते हैं, उसे घर भी ले जा सकते हैं। किताब पढ़ने के बाद उसे

आपको फिर पुस्तकालय में जमा करना होता है। फिर आप अन्य पुस्तक पुस्तकालय से प्राप्त कर सकते हैं। पुस्तकालय की फीस बहुत ही कम होती है जिसे हर एक व्यक्ति देने में समर्थ होता है।

  • ज्ञान बढ़ाने का स्रोत Source of knowledge

पुस्तकालय ही एक ऐसे भवन होते हैं, जहाँ पर हर एक विषय से संबंधित पुस्तकें देखने को मिलती हैं। चाहे वह पौराणिक ग्रंथ हों या फिर आध्यात्मिक ग्रंथ या

फिर किसी विज्ञान अनुसंधान से संबंधित पत्र पत्रिकाएँ आप पुस्तकालय के द्वारा हर एक क्षेत्र में अपने ज्ञान का विस्तार कर सकते हैं।


उपसंहार Conclusion 

इस बात में कोई शंका नहीं है, कि पुस्तके मनुष्य के ज्ञान का स्रोत है। पुस्तकों में ही जीवन के अमूल्य गुण छिपे होते हैं। पुस्तकालय का मनुष्य के जीवन में अतुलनीय योगदान है।

किंतु आज के समय में बढ़ते हुए डिजिटलाइजेशन के कारण पुस्तकालयों का स्थान ई लाइब्रेरी, (E-Library) इलेक्ट्रिक लाइब्रेरियों ने ले लिया है।

किंतु जो महत्व मनुष्य के जीवन में पुस्तकालय का है,वह इलेक्ट्रिक लाइब्रेरी का भी नहीं है, क्योंकि पुस्तकालय में विस्तृत ज्ञान प्राप्त होता है, जो इलेक्ट्रिक लाइब्रेरी में नहीं होता।

इसलिए सरकार को भी पुस्तकालयों के विकास पर कार्य करना चाहिए, तथा शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुस्तकालयों को स्थापित किया जाना चाहिए।

जहाँ पर विभिन्न प्रकार की अध्ययन सामग्री के साथ विभिन्न महापुरुषों की जीवनियाँ, पौराणिक धर्म ग्रंथ, आध्यात्मिक ग्रन्थ आदि पढ़ने के लिए प्राप्त हो

जिससे मनुष्य उनसे अमूल्य गुणों का अपने जीवन में अनुकरण कर सकें और एक अच्छा जीवन जीने की कला सीखे।

दोस्तों इस लेख में आपने पुस्तकालय पर निबंध (Essay on library) पुस्तकालय के महत्व पर निबंध पड़ा। आशा करता हूँ, यह लेख आपको अच्छा लगा होगा। कृपया इसे शेयर जरूर करें।

  • FAQ for essay on library

Q1. पुस्तकालय शब्द का अर्थ क्या होता है?

Ans. पुस्तकालय दो शब्दों पुस्तक+आलय से मिलकर बना है, जिसमें पुस्तक का अर्थ किताब, पुस्तक तथा आलय का अर्थ घर भवन होता है, इसलिए पुस्तकालय का अर्थ पुस्तकों का घर या भवन के रूप में स्पष्ट होता है, जहाँ सभी प्रकार की किताबें रखीं होती है।


Q2. पुस्तकालय दिवस कब मनाया जाता है?

Ans. भारत में पुस्तकालय के जनक प्रोफेसर डॉ. एस.आर. रंगनाथन है इसलिए उनकी याद में प्रतिवर्ष 12 अगस्त को राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस मनाया जाता है।


Q3. भारत का सबसे बड़ा पुस्तकालय कौन सा है?

. 1948 में 'इंपीरियल लाइब्रेरी अधिनियम-1948' के तहत कोलकाता पुस्तकालय को भारत का प्रथम राष्ट्रीय पुस्तकालय तथा भारत के सबसे बड़े पुस्तकालय होने का गौरव प्राप्त है।


Q4. दुनिया का सबसे बड़ा पुस्तकालय कौन सा है?

Ans. दुनियाँ का सबसे बड़ा पुस्तकालय अमेरिका स्थ‍ित है, जिसे लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस के नाम से जाना जाता है।

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