हनुमान जी के 108 नाम Hanuman ji ke 108 name
हैलो दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है। इस लेख हनुमान जी के 108 नाम में 108 Names of Hanumaan ji। दोस्तों इस लेख में आप हनुमान जी के 108 नाम के साथ ही
हनुमान जी कौन है, हनुमान जी के 12 नाम तथा हनुमान जी के प्रसिद्ध नामों के बारे में जानेंगे। तो आइये दोस्तों शुरू करते है यह लेख हनुमान जी के 108 नाम:-
हनुमान जी कौन है who is hanuman ji
हनुमान जी की माता अंजना (जो स्वयं एक अप्सरा थी) तथा वानरराज केसरी के पुत्र थे। वानर राज केसरी अंजनेय प्रदेश के राजा थे।
हनुमान को बचपन में मारुती के नाम से पुकारा जाता था, उनका नाम हनुमान देवराज इंद्र द्वारा मारुती की हनु (ठोड़ी) पर वज्र प्रहार के फलस्वरूप पड़ गया था।
हनुमान जी स्वयं भगवान भोले शंकर के 11 वें रूद्र अवतार तथा भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त और सेवक थे। ऐसी मान्यता है
कि हनुमान जी ने कई राक्षसों को उनके पापों का फल दिया। हनुमान जी त्रेतायुग, द्वापरयुग के साथ कलयुग में भी पृथ्वी पर है।
भोले नाथ के 108 नामों का जाप की महिमा
हनुमान जी के 12 नाम Hanuman ji ke 12 naam
हनुमान जी की कृपा तो उनके सभी भक्तो पर हमेशा बनी रहती है। किन्तु हनुमान जी के 12 नामों का जाप कई गुना लाभकारी होता है।
हनुमान जी के 12 नामों का जाप करने की महिमा बड़ी निराली है। हनुमान जी के 12 नामों का जाप सुबह उठकर 11 बार कर सकते है।
शनिवार और मंगलवार को हनुमान मंदिर में हनुमान मंदिर के पीछे बैठकर या फिर बगल में बैठकर जाप करना हितकारी होगा।
हनुमान जी की प्रतिमा या मंदिर की 10 परिक्रमा करते समय भी इन नामों के जाप से व्यक्ति का कल्याण होगा। हनुमान जी के 12 नामों के जाप से
व्यक्ति की आयु में बृद्धि, मनचाही सफलता, नौकरी रोजगार, व्यवसाय में वृद्धि, के साथ भक्त पर मंडराने वाले खतरे दुख, कष्टों का नाश हो जाता है।
हनुमान जी के 12 नाम Hanuman ji ke 12 naam
1 ॐ हनुमान
2 ॐ अंजनी सुत
3 ॐ वायु पुत्र
4 ॐ महाबल
5 ॐ रामेष्ठ
6 ॐ फाल्गुण सखा
7 ॐ पिंगाक्ष
8 ॐ अमित विक्रम
9 ॐ उदधिक्रमण
10 ॐ सीता शोक विनाशन
11 ॐ लक्ष्मण प्राण दाता
12 ॐ दशग्रीव दर्पहा
हनुमान जी के 108 नाम Hanuman ji ke 108 name
हनुमान जी के बारे में कौन नहीं जानता है। हनुमान जी ही हिन्दू धर्म में एक ऐसे देवता भगवान है, जो तीनों युगों में पृथ्वी पर है।
हनुमान जी भगवान श्रीराम के अनन्य सेवक और भक्त है। वैसे तो हनुमान जी भगवान शिव शंकर के 11 वें रूद्र अवतार है, किन्तु वे भगवान श्रीराम के सबसे बड़े भक्त माने जाते है।
कहा जाता है, जो भी भक्त भगवान श्रीराम की सच्चे मन और पूर्ण श्रृद्धाभाव से पूजा करता है, वह हनुमान जी की कृपा सबसे पहले प्राप्त करता है।
बाल ब्रम्हचारी हनुमान जी अपने भक्तो को सभी मुशीबतों से बचाते है, हनुमान जी के नाम लेने मात्र से ही सब भय दूर हो जाते है।
हनुमान जी के 108 नाम का नित्य प्रति जाप करने से व्यक्ति रोग, कष्ट, तथा सभी दुखों से मुक्त हो जाता है, और हनुमान जी का आशीर्वाद पाता है।
जानिए कैसे हुआ हनुमान जी का जन्म
हनुमान जी के 108 नाम Hanuman ji ke 108 name
1. ॐ आञ्जनेयाय नमः
2. ॐ महावीराय नमः
3. ॐ हनूमते नमः
4. ॐ मारुतात्मजाय नमः
5. ॐ तत्वज्ञानप्रदाय नमः
6. ॐ सीतादेविमुद्राप्रदायकाय नमः
7. ॐ अशोकवनकाच्छेत्रे नमः
8. ॐ सर्वमायाविभंजनाय नमः
9. ॐ सर्वबन्धविमोक्त्रे नमः
10 ॐ रक्षोविध्वंसकारकाय नमः
11. ॐ परविद्या परिहाराय नमः
12. ॐ परशौर्य विनाशनाय नमः
13. ॐ परमन्त्र निराकर्त्रे नमः
14. ॐ परयन्त्र प्रभेदकाय नमः
15. ॐ सर्वग्रह विनाशिने नमः
16. ॐ भीमसेन सहायकृथे नमः
17. ॐ सर्वदुखः हराय नमः
18. ॐ सर्वलोकचारिणे नमः
19. ॐ मनोजवाय नमः
20. ॐ पारिजात द्रुमूलस्थाय नमः
21. ॐ सर्वमन्त्र स्वरूपवते नमः
22. ॐ सर्वतन्त्र स्वरूपिणे नमः
23. ॐ सर्वयन्त्रात्मकाय नमः
25. ॐ कपीश्वराय नमः
25. ॐ महाकायाय नमः
26. ॐ सर्वरोगहराय नमः
27. ॐ प्रभवे नमः
28. ॐ बल सिद्धिकराय नमः
29. ॐ सर्वविद्या सम्पत्तिप्रदायकाय नमः
30. ॐ कपिसेनानायकाय नमः
31. ॐ भविष्यथ्चतुराननाय नमः
32. ॐ कुमार ब्रह्मचारिणे नमः
33. ॐ रत्नकुण्डल दीप्तिमते नमः
34. ॐ चञ्चलद्वाल सन्नद्धलम्बमान शिखोज्वलाय नमः
35. ॐ गन्धर्व विद्यातत्वज्ञाय नमः
36. ॐ महाबल पराक्रमाय नमः
37. ॐ काराग्रह विमोक्त्रे नमः
38. ॐ शृन्खला बन्धमोचकाय नमः
39. ॐ सागरोत्तारकाय नमः
40. ॐ प्राज्ञाय नमः
41. ॐ रामदूताय नमः
42. ॐ प्रतापवते नमः
43. ॐ वानराय नमः
44. ॐ केसरीसुताय नमः
45. ॐ सीताशोक निवारकाय नमः
46. ॐ अन्जनागर्भ सम्भूताय नमः
47. ॐ बालार्कसद्रशाननाय नमः
48. ॐ विभीषण प्रियकराय नमः
49. ॐ दशग्रीव कुलान्तकाय नमः
50. ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः
51. ॐ वज्रकायाय नमः
52. ॐ महाद्युथये नमः
53. ॐ चिरञ्जीविने नमः
54. ॐ रामभक्ताय नमः
55. ॐ दैत्यकार्य विघातकाय नमः
56. ॐ अक्षहन्त्रे नमः
57. ॐ काञ्चनाभाय नमः
58. ॐ पञ्चवक्त्राय नमः
59. ॐ महातपसे नमः
60. ॐ लन्किनी भञ्जनाय नमः
61. ॐ श्रीमते नमः
62. ॐ सिंहिकाप्राण भञ्जनाय नमः
63. ॐ गन्धमादन शैलस्थाय नमः
64. ॐ लङ्कापुर विदायकाय नमः
65. ॐ सुग्रीव सचिवाय नमः
66. ॐ धीराय नमः
67. ॐ शूराय नमः
68. ॐ दैत्यकुलान्तकाय नमः
69. ॐ सुरार्चिताय नमः
70. ॐ महातेजसे नमः
71. ॐ रामचूडामणिप्रदायकाय नमः
72. ॐ कामरूपिणे नमः
73. ॐ पिङ्गलाक्षाय नमः
74. ॐ वार्धिमैनाक पूजिताय नमः
75. ॐ कबळीकृत मार्ताण्डमण्डलाय नमः
76. ॐ विजितेन्द्रियाय नमः
77. ॐ रामसुग्रीव सन्धात्रे नमः
78. ॐ महारावण मर्धनाय नमः
79. ॐ स्फटिकाभाय नमः
80. ॐ वागधीशाय नमः
81. ॐ नवव्याकृतपण्डिताय नमः
82. ॐ चतुर्बाहवे नमः
83. ॐ दीनबन्धुराय नमः
84. ॐ मायात्मने नमः
85. ॐ भक्तवत्सलाय नमः
86. ॐ संजीवननगायार्था नमः
87. ॐ सुचये नमः
88. ॐ वाग्मिने नमः
89. ॐ दृढव्रताय नमः
90. ॐ कालनेमि प्रमथनाय नमः
91. ॐ हरिमर्कट मर्कटाय नमः
92. ॐ दान्ताय नमः
93. ॐ शान्ताय नमः
94. ॐ प्रसन्नात्मने नमः
95. ॐ शतकन्टमुदापहर्त्रे नमः
96. ॐ योगिने नमः
97. ॐ रामकथा लोलाय नमः
98. ॐ सीतान्वेषण पण्डिताय नमः
99. ॐ वज्रद्रनुष्टाय नमः
100.ॐ वज्रनखाय नमः
101. ॐ रुद्र वीर्य समुद्भवाय नमः
102. ॐ इन्द्रजित्प्रहितामोघब्रह्मास्त्र विनिवारकाय नमः
103. ॐ पार्थ ध्वजाग्रसंवासिने नमः
104. ॐ शरपञ्जर भेदकाय नमः
105. ॐ दशबाहवे नमः
106. ॐ लोकपूज्याय नमः
107. ॐ जाम्बवत्प्रीतिवर्धनाय नमः
108. ॐ सीतासमेत श्रीरामपाद सेवदुरन्धराय नमः
हनुमान जी के प्रसिद्ध नाम Popular names of hanuman ji
हनुमान जी के हजारों नाम है, किन्तु कुछ नाम हनुमान जी के इतने प्रसिद्ध है, जो सभी भक्तो के बीच प्रचलित हो गए है।
यह हनुमान जी के नाम किसी घटना या व्यक्ति स्थिति आदि से जुड़े है। हनुमान जी के प्रसिद्ध नाम निम्न प्रकार है:-
मारुती - यह नाम हनुमान जी के बचपन का नाम है, हनुमान जी को उनके माता पिता मित्र सभी मारुती के नाम से बुलाते है।
अंजनी पुत्र - यह नाम हनुमान जी को उनकी माँ अंजना से प्राप्त हुआ है। कियोकि हनुमान जी की माँ का नाम ही अंजना था।
केसरीनंदन - यह नाम हनुमान जी को उनके पिता वानरराज केशरी से मिला था। कियोकि उनका नाम केसरी था।
वायुपुत्र - वानरराज केसरी के कुलदेवता वायुदेव थे, और वायुदेव ने पुत्र मारुती को वायु के समान उड़ने की शक्ति प्रदान की जिस कारण उन्हें वायुपुत्र कहा गया.
हनुमान - मारुती का हनुमान नाम भगवान इंद्र द्वारा मारुती की हनु (ठोड़ी) पर बज्र प्रहार के कारण पड़ गया।
शंकरसुवन - हनुमानजी भोलेशंकर के 11 वें रूद्र अवतार है, और भोलेनाथ के पुत्र कहलाते है, इसलिए उन्हें शंकरसुवन भी कहा जाता है।
कपिश्रेष्ठ - हनुमान जी का जन्म वानरजाति में हुआ था। हनुमान जी अपनी जाति में सभी से अधिक चतुर, चालाक, बुद्धिमान, शक्तिमान थे। इसलिए उन्हें कपिश्रेष्ठ कहा जाता है।
रामदूत - भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त और सेवक होने के कारण हनुमान जी को रामदूत कहा जाता है।
पंचमुखी - हनुमान जी ने अहिरावण को मारने के लिए तथा पाँच दीपों को एक साथ बुझाने के लिए पंचमुखी हनुमान का रूप धारण किया।
बजरंगबली - हनुमान जी का शरीर बज्र के समान मजबूत था, इसलिए उन्हें बजरंगबली कहा जाने लगा।
दोस्तों इस लेख में आपने हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanumaan ji) के साथ ही हनुमान जी कौन है, हनुमान जी के 12 नाम तथा हनुमान जी के प्रसिद्ध नामों के बारे में पढ़ा। आशा करता हुँ, यह लेख आपको अच्छा लगा होगा।
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